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Showing posts from May, 2018

Daku Sunder Gurjar Dujana Real Story.डाकू सुंदर गुर्जर दुजाना की असली कहानी

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डाकू सुंदर गुर्जर दुजाना 70 और 80 के दशक में सुंदर डाकू का क्षेत्र में डंका बजता था। उस वक्त पुलिस की नाक में दम करने वाले सुंदर के पीछे सूबे की पुलिस हाथ धो कर पड़ गई और अंत में एक मुठभेड़ में पुलिस ने उसे मौत के घाट उतार दिया... आज हम आपको एक ऐसे डाकू के बारे मे बताना चाहेंगे जिनको दुनिया कुख्यात लुटैरा और चोर के रूप में जानती है लेकिन गरीब लोग जिसे अपना मसीहा मानते थे, जिनका नाम है सुंदर गुर्जर दुजाना सुपुत्र छज्जूराम जो की दुजाना दादरी उत्तर प्रदेश के रहने वाला था। पहले यह आर्मी मे था लेकिन पारिवारिक कलह और झगडों की वजह से इनको बागी बनने पर विवश होना पड़ा जिसके बाद लगातार 23 वर्षों तक आसपास के ईलाकों मे इनका दबदबा बना रहा।  गांव के बुजुर्गो का कहना है कि सेना की नौकरी छोड़कर जब सुंदर गांव आया तो उसका एक ही मिशन था कि यहां के स्कूल में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म हो। उस वक्त आए दिन स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें मिला करती थी। उसकी स्कूल प्रबंधन से ठन गई। उस भ्रष्टाचार को मिटाने की जिद में उसने उसने कानून को ही हाथ में ले लिया। स्कूल की दीवार खून से रंग गई। वह हत्

Daku Sunder Gurjar Dujana Real Story.डाकू सुंदर गुर्जर दुजाना की असली कहानी

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डाकू सुंदर गुर्जर दुजाना 70 और 80 के दशक में सुंदर डाकू का क्षेत्र में डंका बजता था। उस वक्त पुलिस की नाक में दम करने वाले सुंदर के पीछे सूबे की पुलिस हाथ धो कर पड़ गई और अंत में एक मुठभेड़ में पुलिस ने उसे मौत के घाट उतार दिया... आज हम आपको एक ऐसे डाकू के बारे मे बताना चाहेंगे जिनको दुनिया कुख्यात लुटैरा और चोर के रूप में जानती है लेकिन गरीब लोग जिसे अपना मसीहा मानते थे, जिनका नाम है सुंदर गुर्जर दुजाना सुपुत्र छज्जूराम जो की दुजाना दादरी उत्तर प्रदेश के रहने वाला था। पहले यह आर्मी मे था लेकिन पारिवारिक कलह और झगडों की वजह से इनको बागी बनने पर विवश होना पड़ा जिसके बाद लगातार 23 वर्षों तक आसपास के ईलाकों मे इनका दबदबा बना रहा।  गांव के बुजुर्गो का कहना है कि सेना की नौकरी छोड़कर जब सुंदर गांव आया तो उसका एक ही मिशन था कि यहां के स्कूल में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म हो। उस वक्त आए दिन स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें मिला करती थी। उसकी स्कूल प्रबंधन से ठन गई। उस भ्रष्टाचार को मिटाने की जिद में उसने उसने कानून को ही हाथ में ले लिया। स्कूल की दीवार खून से रंग गई। वह हत्

Mahendra Fauji And Satbir Gurjar Gangsters Zilla Ghaziabad,,,महेंद्र फौजी और सतबीर गुर्जर गैंगस्टर्स,,,ज़िला ग़ाज़ियाबाद

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Rare Pic of Fauji and Satbir Gurjar दिल्ली से सटा इलाका लोनी जो कि ग़ाज़ियाबाद में आता हैं। शाहदरा मेट्रो स्टेशन से दूरी सिर्फ 9 किमी। कहने को तो यहां विकास तेजी से होना चाहिए था, लेकिन अगर यहाँ कुछ पनपा हैं तो वह है अपराध। लूट, मर्डर, डकैती और रेप यहां की जिंदगी का एक साधारण सा हिस्सा बन के रह गई हैं। महंगी जमीनों के चलते यहाँ गैंगवॉर भी कोई नई चीज नहीं है। एनसीआर के अलावा उत्तराखंड,हरियाणा में होने वाली हर बड़ी वारदात के तार यहां तलाशे जाते हैं। दिल्ली से एंट्री करें या गाजियाबाद से, टूटी सड़कें सब कुछ बयान करती हैं। चमकदार इतिहास के बावजूद ये एक तरह का 'क्राइम सेंटर' हैं। ऐतिहासिक स्थल : मान्यता है कि प्राचीन काल में राजा लवणासुर की सेनाओं के रुकने का स्थान होने के कारण इस एरिया को लवनी के नाम से पहचाना जाता था। बाद में इसका नाम लोनी हो गया। रेलवे मैप में गुजरात के जामनगर में लोनी जंक्शन है। इसलिए यहां के रेलवे स्टेशन का नाम लोनी रख दिया गया। मुगल काल और अंग्रेजों के जमाने में सेनाएं यहां रुकती थीं। यहां के बारे में मशहूर था कि अगर किसी शासक को भारत पर राज करना है त